"रुक जाना नहीं " पुस्तक प्रेरणादायक कविताओं का संग्रह है। आजकल की इस दुनिया में जहाँ सब कुछ तुरंत ही उपलब्ध है, वहांँ पर शायद एक पृष्ठ की छोटी कविताएं पाठक पढ़ना पसंद करें, यही सोचकर इन कविताओं को संग्रहित किया गया है। वर्तमान में आदर्शों और समय के अभाव में मानव मन सदैव ही विचलित हो भटकता रहता है। मुझे उम्मीद है कि यह संग्रह विचलित मन और भटकाव को शांत कर ,स्फूर्ति देने में सहायक सिद्ध होगा। इसी आशा और उद्देश्य के साथ अपना यह काव्य संग्रह पाठकों को समर्पित करती हूंँ|
डॉ अंजली शर्मा विगत 20 वर्षों से पठन-पाठन से संबंधित क्रियाओं से जुड़ी हुई हैं। मेवाड़ विश्वविद्यालय और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन में युवा पीढ़ी का सात साल तक मार्गदर्शन एवं भू राजनैतिक संबंधी शोध पत्रों को प्रकाशित करने के पश्चात वे अब लांसर्स नेटवर्क लिमिटेड में रिस्क मॉनिटरिंग (जोख़िम निगरानी)के क्षेत्र में कार्यरत हैं। अपने भावों को शब्दों की तुकबंदी कर समेटने का शौक उन्हें बचपन से ही है। इसी रुचि के चलते, कुछ स्वरचित कृतियां जो कई वर्षों से इधर-उधर पन्नों पर बिखरी हुईं थीं, वे उन्हें एक पुस्तक के रूप में संग्रहित कर पाईं हैं। इस पुस्तक के प्रकाशन के साथ उनकी रचनाओं को भी नया पता मिल गया है।
रुक जाना नहीं
ISBN 9788196920906 Pages 43 Binding PB Year 2024